जीवन की सच्चाइयों को बयां करती गज़ल पढ़ें । हर शेर अलग अंदाज का। जीवन की सच्चाइयों को बयां करती गज़ल पढ़ें । हर शेर अलग अंदाज का।
हम राजनीति के कारण इस कदर बंट चुके हैं कि हम खुद का नुकसान कर रहे हैं। हम राजनीति के कारण इस कदर बंट चुके हैं कि हम खुद का नुकसान कर रहे हैं।
अन्नपूर्णा मैं भोजन देती प्यासे की तृष्णा बुझाती बूंद बूंद है जीवन मेरा अन्नपूर्णा मैं भोजन देती प्यासे की तृष्णा बुझाती बूंद बूंद है जीवन मेरा
कीमत को अपनी तुम जानो भाई यहाँ आने का मकसद पहचानो भाई कीमत को अपनी तुम जानो भाई यहाँ आने का मकसद पहचानो भाई
ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं। इश्क़ भी इस से अछूत... ज़िन्दगी के हर मोड़ पर जब हम कुछ खो रहे होते हैं, तब साथ ही कुछ पा भी रहे होते हैं...